
मंगलवार को विकासखंड सकीट सभागार परिसर में संज्ञान लखनऊ के तत्वाधान में जल जीवन मिशन हर घर जल योजना अंतर्गत विकासखंड स्तरीय जन जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें पेयजल एवं स्वच्छता संबंधी विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। कार्यशाला को संबोधित करते हुए खंड विकास अधिकारी फैजल आलम ने बतलाया जल संरक्षण एक आवश्यक वैश्विक प्रयास बन गया है, क्योंकि हमारे जल संसाधन सीमित हैं, और ग्लोबल वार्मिंग व पेयजल के दुरुपयोग के कारण हर साल वे कम होते जा रहे पानी बचाने के ज़्यादातर प्रयासों में सिर्फ़ पानी के इस्तेमाल की आदतों को बदलने की जरूरत है इसके अलावा किसी अन्य खर्च की ज़रूरत नहीं होती। हो सकता है कि ये बहुत ज़्यादा न लगें, लेकिन पानी बचाने के प्रयास एक संचयी प्रभाव डाल सकते हैं।जिला अनुश्रवण इकाई के आईएसए /आईईसी कोऑर्डिनेटर डॉ अजीत सिंह ने बतलाया जल जीवन के लिए बहुमूल्य संसाधन है जिसे हम हल्के में लेते हैं, इसलिए हममें से बहुत से लोग घर पर जल बचाने के बारे में अधिक नहीं सोचते।
स्वच्छ जल हमारे वह भावी पीढ़ी की भलाई के लिए महत्वपूर्ण है, लेकिन हममें से ज़्यादातर लोग शायद इस बात से अवगत नहीं हैं कि इसकी आपूर्ति सीमित है। वर्षा जल संचयन एक सरल लेकिन प्रभावी जल संरक्षण रणनीति है। आप बहते हुए वर्षा जल को इकट्ठा करने के लिए एक पानी का बैरल स्थापित कर सकते हैं और इसका उपयोग पौधों को पानी देने, ड्राइववे को धोने और अन्य बाहरी उपयोगों के लिए कर सकते हैं। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीवीएंडटी विजेंद्र सिंह ने बताया जिन स्रोतों से हमें जल प्राप्त होता हैं। उसमें कई तरह के रासायनिक तत्वों के सूक्ष्म कण व बैक्टीरिया होते हैं। उसमें कुछ हमें फायदा पहुंचाते हैं तो कुछ से हमारे शरीर को भारी नुकसान भी होता है। इसलिए ही जल वितरण से संबंधित विभाग पानी की सप्लाई करने के पहले लैब में इसकी जांच करते हैं। यहां कुल 10 महत्वपूर्ण जांच की जाती है। जिस पर खरा उतरने के बाद ही पानी पीने योग्य होता है। यदि आपके घरों में भी गंदा पानी आ रहा है, तो आप भी अपने गांव की जल सखी से संपर्क कर एफटीके के माध्यम से पानी की जांच घर बैठे कर सकते हैं। प्रशिक्षक आशुतोष आर्य ने बताया जल जीवन मिशन हर घर जल योजना अंतर्गत भारत सरकार भारत के प्रत्येक नागरिक को शुद्ध पेयजल मुहैया करवाने हेतु (एफएचटीसी) के अपने लक्ष्य के बिल्कुल करीब है। लेकिन इसके प्रभावी संचालन व रखरखाव के लिए योजना से जुड़े हुए लोगों का जागरूक होना अति आवश्यक है इसलिए द्वितीय फेज की आठ गतिविधियों के माध्यम से विकासखंड के सभी ग्राम पंचायतो व राजस्व गांव में जन जागरूकता का कार्यक्रम चलाया जा रहा है इस अवसर बाल विकास परियोजना अधिकारी मधुबाला परियोजना प्रबंधक सुधाकांत विश्वकर्मा टीम लीडर स्टूडेंट रिलीफ सोसायटी प्रशांत पाठक ग्राम पंचायत अधिकारी आशीष पटेल मुख्य सेविका उर्मिला देवी आंगनबाड़ी कार्यकत्री ममता कुमारी राजकुमारी सरला देवी मधुबाला रीना देवी सुमन राजपूत इत्यादि उपस्थित रहे।